50-30-20 Rule Kya Hai: यदि आप भी लाख कोशिशों के वाबजूद भी अपनी सैलरी से पैसा नहीं बचा पाते है और हमारा यह आर्टिकल ना केवल आपको पैसा बचाने के तरीके के बारे मे बतायेगा बल्कि आपको एक बेहतर लाईफ स्टाईल फॉलो करने के बारे मे भी बतायेगा क्योंकि हम, आपको इस लेख मे विस्तार से यह बतायेगें कि, 50-30-20 Rule Kya Hai?
इस लेख मे हम, आपको ना केवल यह बतायेगे कि, 50-30-20 Rule Kya Hai बल्कि इस नियम के अनुसार, आपको अपनी सैलरी का कितना हिस्सा किस चीज पर खर्च करना चाहिए इसके बारे में भी बतायेगें ताकि आप अपनी सैलरी से व्यवस्थित तरीके से पैसा खर्च कर सकें औऱ बचत कर सकें।

सैलरी आते ही खर्च हो जाती है तो अपनाये ये फॉर्मूला, महिने के अन्त तक बचा रहेगा पैसा – 50-30-20 Rule Kya Hai
आप सभी युवा व नागरिक जो कि, इस बात से परेशान रहते है कि, सैलरी आते ही खर्च हो जाती है औऱ कुछ भी बचत नहीं हो पाता है तो इसके लिए समस्या आपमे नही बल्कि रुपया खर्च करने के आपके पैर्टन / तरीके मे है जिसे आपको बदलने की जरुरत है और इसीलिए हम, आपको इस लेख में नये पैर्टन / तरीके के बारे में बारे में अर्थात् 50-30-20 Rule Kya Hai के बारे में बतायेगें जिसके लिए आपको ध्यानपूर्वक इस लेख को पढ़ना होगा जो कि, इस प्रकार से हैं –
50-30-20 Rule Kya Hai – एक नज़र
आप सभी इन नंबरों को देखकर हैरान हो रहे होंगे कि, आखिर ये है क्या तो हम, आपको बता दना चाहते है कि, 50-30-20 Rule वास्तव मे एक पैर्टन है जिसे Follow करने से ना केवल आप अपनी फीजूलखर्ची को रोक सकते है बल्कि सैलरी आते ही खर्च हो जाने की समस्या का भी समाधान कर सकते है और इसीलिए हम, आपको इस लेख में विस्तार से यह बतायेगें कि, 50-30-20 Rule Kya Hai?
50-30-20 Rule के मुख्य बिंदु क्या है?
50-30-20 Rule के कुछ मुख्य बिंदु है जो कि, इस प्रकार से हैं –
- 50 – अनिवार्य खर्चों के लिए
- 30 – अपनी इच्छाओं / ख्वाहिशों के लिए औऱ
- 20 – बचत के लिए आदि।
जाने कब, कहां और किस चीजें के लिए सैलरी का कितना हिस्सा खर्च करें?
अब हम, इस लेख मे आपको विस्तार से 50-30-20 Rule के अनुसार, यह बताने का प्रयास करेगें कि, आपको अपनी सैलरी का कितना हिस्सा कहां पर खर्च करना चाहिए जो कि, इस प्रकार से हैं –
अपनी सैलरी का 50% हिस्सा केवल जरुरी / अनिवार्य जरुरतों के लिए ही खर्च करें
- यहां पर हम, आप सभी को बता देना चाहते है कि, आपको कितनी भी सैलरी मिलती है उसका 50% हिस्सा आपको सदैव अपनी जरुरी चीजों के लिए खर्च करना चाहिए जैसे कि – राशन, पानी का बिल, बिजली का बिल, स्कूल की फीस, कॉलेज की फीस, मकान का किराया आदि जैसे खर्चों के लिए आपको अपनी सैलरी का 50% हिस्सा ही खर्च करना चाहिए।
अपनी सैलरी का 30% हिस्सा अपनी इच्छाओं / ख्वाहिशों पर खर्च करें
- साथ ही साथ इंसान को खुद को जिंदा और जीवन्त रखने के लिए खुद की इच्छाओ व ख्वाहिशों को पूरा करने रहना चाहिए औऱ इसकी लिए आपको अपनी सैलरी का कम से कम 30% हिस्सा जरुर बचाना चाहिए जिसे आप केवल अपनी इच्छाओं / ख्वाहिशों पर ही खर्च करे।
अपनी सैलरी का 20% अनिवार्य तौर पर बचत करें
- और अन्त में, आपको अपनी सैलरी का 20% हिस्सा अनिवार्य तौर पर बचत करके ऱखना चाहिए ताकि आप आगे आने वाले दिनों मे इन रुपयों का सदुपयोयग कर सके और इनका लाभ प्राप्त कर सकें।
अन्त, इस प्रकार हमने आपको इस पूरे फॉर्मूले के बारे में बताया ताकि आप इस फॉर्मूले का सदुपयोग कर सकें और इसका लाभ प्राप्त कर सकें।
सारांश
आप सभी पाठको, युवाओं व नगारिकों को समर्पित इस लेख मे हमने आपको विस्तार से ना केवल 50-30-20 Rule Kya Hai के बारे में बताया बल्कि आपको सैलरी से बचत करने के फॉर्मूले के बारे मे भी बताया ताकि आप आसानी से अपनी सैलरी से बचत कर सकें औऱ अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकें।
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FAQ’s – 50-30-20 Rule Kya Hai
क्या सैलरी पर काम करने वाले इंसान, अपनी सैलरी से बचत कर सकते है?
मुश्किल तो है लेकिन बचत कर सकते है।
50-30-20 Rule Kya Hai ?
इसकी पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको ध्यानपूर्वक इस लेख को पढ़ना होगा।